Maa Kehti Thi Written By Mumtaz Khan Narrated By Ashish Jain.
अतीत जैसा भी हो उसकी स्मृतियाँ मधुर होती हैं। यदा-कदा ये स्मृतियाँ अमूल्य धरोहर बनकर जीवन का निर्माण करती हैं। इस काल खण्ड में वर्तमान भौतिकवाद के प्रभाव में आकर पूंजीवाद की भेंट चढ़ता प्रतीत होता है । लोक संस्कृति जो जीवन दर्शन के रूप में अपने बड़ों के अनुभव से पीढ़ी दर पीढ़ी प्राप्त होती थी निरंतर ह्रास की ओर अग्रसर है।
मेरे अतीत की स्मृतियों में, वे सीख वाली लोक कथाएँ भी है जो मैंने माँ से सुनी थी। बातें साधारण थीं पर उन बातो में संपूर्ण जीवन प्रतिम्बिबित था। लोक कथाएँ जो बड़े-बूढ़ों द्वारा पीढ़ी दर पीढ़ी संतानों को सुनाई जाती रही हैं|Read More