नादान बचपन और मस्त जीवन हर दुख से अनजान होता है। लेकिन कभी-कभी ऐसी सिचुएशन आ जाती है कि मासूम बचपन के दिल में सामाजिक आडंबरों और तानों की तीर नासूर बन जाती है, जो खिल-खिलाते बचपन को उदासी और हताशा में बदल देती है। मासूम चीकू का जीवन भी कुछ ऐसी ही सच्चाई से रूबरू होता है। उसका बचपन लोगों के लिए मजाक बन जाता है। तो आइए सुनते हैं मासूम चीकू की कहानी केवल कुकू एफएम पर।Read More