कहानियां अक्सर काल्पनिक ही होती हैं , पर फिर भी हम उन कल्पनाओं के प्रति काफी आकर्षित रहते हैं। आपने भी काफी सारी कहानियां सुनी होंगी, लेकिन हॉरर स्टोरीज़ की बात ही कुछ अलग होती है। हॉरर स्टोरी में कुछ अलग, कुछ खास और अविश्वसनीय होता है। इस तरह की कहानियों में सस्पेंस, आगे होने वाली घटनाओं का अंदेशा, और जिज्ञासा होती है।
स्टोरी टेलिंग लोगों से जुड़ने का सबसे अच्छा तरीका है। पर ये इतना आसान नहीं है। क्योंकि लोगों से जुड़ने के लिये आवाज में सही उतार-चढ़ाव होना जरूरी है। लोग हॉरर स्टोरीज़ सुनना पसंद करते हैं, लेकिन तभी, जब वह सही तरह से कही जाये।
हर कहानी का सबसे जरूरी तत्व उसका कॉन्टेंट होता है। लेकिन वह किस तरह से कही जाती है, यह भी समान रूप से बेहद जरूरी है। और जब बात करें हॉरर स्टोरीज़ की तो यहां कॉन्टेंट से ज्यादा कहानी सुनाने का तरीका महत्व रखता है।
एक कहानी चाहे जैसी भी हो, पर सुनाने का तरीका सही होना चाहिए। यदि ऐसा नहीं होता तो कोई आपकी कहानी सुनना पसंद नहीं करेगा। इसके कारण आपकी सारी मेहनत बर्बाद हो जायेगी।
लेकिन आप चिंता न करें। इस लेख में हम आपको बतायेंगे कि कैसे अपनी आवाज को सही किया जाये। साथ ही कैसे आप एक बेहतर हॉरर स्टोरी टेलर बन सकते हैं।
1. गहरी और साफ आवाज
आवाज की गहराई कहानी की गहराई का अंदाजा देती है। आप की आवाज जितनी गहरी होगी, लोग आपकी हॉरर स्टोरी से उतना ही जुड़ पायेंगे। गहरी टोन और रूखी आवाज का कॉम्बो एक हॉरर स्टोरी सुनाने के लिये पर्फेक्ट है।
जरूरी टिप : जब भी आप एक हॉरर स्टोरी सुनाने जायें, गहरी सांस लें और पेट से दबाव के साथ आवाज निकालने की कोशिश करें।
गहरी और रूखी आवाज के लिए ये टिप्स फॉलो करें :
1. पीठ के बल लेटें
- पेट पर कुछ किताबें या अपना हाथ रखें।
- मुंह से सांस लें और किताब को उठता हुआ महसूस करें।
- धीरे-धीरे सांस छोड़ें और किताब को नीचे होता महसूस करें। सांसें सामान्य और तनाव रहित होनी चाहिए।
2. स्थिर सीट पर बैठे
- अपने कंधों को पीछे खींचें और सीधे बैठें।
- एक हाथ अपने पेट पर रखें।
- मुंह से सांस लें और पेट बाहर की ओर होता महसूस करें।
- अब मुंह से सांस बाहर छोड़ें और पेट अंदर होता महसूस करें।
- अपनी छाती के आस-पास के हिस्से में कोई परिवर्तन न होने दें। यह प्रकिया देखने के लिये आपको शीशे के सामने बैठना पड़ सकता है।
3. एक सीट पर सीधे बैठें
- शांति के साथ नाक से सांस लें।
- धीरे-धीरे सांस छोड़ें और कहें, ” ठीक ” ।
- अपनी नाक और उसके आस-पास कंपन महसूस करें। ध्यान रखें कि आवाज आपकी नाक से आये गले से नहीं।
4. अपने कंधे के सहारे अपनी सीट पर बैठ जाएं
- मुंह से सांस लें।
- मुंह से ही सांस छोड़ें और “अप” कहें। ये सुनने में “हप” लगेगा ।
प्रयास मानव को बेहतर बनाता है।
जितना ज्यादा आप अभ्यास करेंगे। उतने बेहतर नतीजे होंगे। एक हॉरर स्टोरी टेलर के लिये अभ्यास बहुत जरूरी है। तो अभ्यास के लिये शीशे के सामने खड़े हो जायें और अपनी कहानी शुरू करें। किसी और की नकल न करें। ऐसा करने से आपके अंदर आत्मविश्वास आयेगा। आत्मविश्वास आपकी आवाज और शैली को बेहतर करेगा।
साथ ही अपने अभ्यास को रिकॉर्ड भी करें। इससे आपको गलतियां पहचानने और उन्हें ठीक करने में मदद मिलेगी।
कल्पना आपकी हॉरर स्टोरी को बेहतर बनाती है
अब आप सोच रहे होंगे कि कल्पना और आवाज का क्या संबंध है। बहुत से लोगों को लगता है कि कल्पना सिर्फ काल्पनिक कहानियों के लिये जरूरी है। लेकिन ऐसा नहीं है। हॉरर स्टोरीज़ लिखते वक्त भी और सुनाते वक्त भी आपको कल्पनाशील रहना चाहिए। इससे आपका पॉडकास्ट ज्यादा असल लगेगा। साथ ही सुनने में भी यह बेहतर अनुभव देगा। आपकी कहानी कल्पना शक्ति के प्रयोग के बाद और ज्यादा आकर्षक हो जायेगी। जो कल्पनायें आप स्क्रिप्ट लिखते वक्त करते हैं, वही हॉरर स्टोरीज़ सुनाते वक्त भी प्रयोग करें ।
तो ये हैं वो टिप्स, जिन्हें अपना कर आप अपनी हॉरर स्टोरीज़ को और दिलचस्प बना सकते हैं। हॉरर स्टोरीज़ के बारे में और ज्यादा जानने के लिये आप कुकू एफएम पर मौजूद अमावस की रात पॉडकास्ट सुन सकते हैं।
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