पॉडकास्ट में कहानियां बताने के विभिन्न तरीके

कहानियां हम सबका पसंदीदा विषय होती हैं। हर किसी को कहानियां पसंद होती है। कहानियां सुनाना एक ऐसी विधा है जो हम बचपन से अपने आस-पास देखते आ रहे है। बहुत से लोगों का कहानियां सुनाने का अंदाज़ दिल छू जाने वाला होता है। यदि कहानियां सुनाने की यही कला आप में भी है, तो यह आपके फेमस होने और कमाने का जरिया बन सकता है। आज हम बात करेंगे कि कैसे आप अलग अलग तरह से कहानियां सुनाकर अपना पॉडकास्ट बना सकते हैं।

इनमें से पहला है:
1) पात्र विशेष की कहानी

इसमें पूरी कहानी एक पात्र या किरदार के आसपास ही घूमती रहती है। बाकी लोगों या पात्रों के साथ आपको इसमें अन्याय करना होगा। आपको कहानी के मुख्य पात्र को सुपर हीरो जैसा दिखाना होता है। इसमें नायक अपने आस पास के लोगों की रक्षा करता है और उनको सारे संकटों और समस्याओं से बचाता है। आप बॉलीवुड और ज्यादातर हॉलिवुड की फिल्मों में एसा देख सकते हैं। फिल्में तो एसी कहानियाें से भरी पड़ी हैं। हैरी पॉटर, लाइफ ऑफ पाई जैसी कहानियां भी इस प्रकार का एक उदाहरण हैं।

2) जिज्ञासाओं का पर्वत जिज्ञासाओं का पर्वत

इसमें कहानी एक बार में खत्म नहीं होती। इस तरह की कहानियां कई भागों में आती हैं। आप इसमें किसी बड़ी कहानी को लेते हैं और उसकी रिकार्डिंग इस तरह करते हैं कि आखिर में वो अधूरी रह जाती है। उसमें सस्पेंस रहता है और लोग उसके दूसरे भाग के लिये इंतजार करते हैं।कहानियों के एसे अंत को क्लिफ हैंगिंग मोमेन्ट कहा जाता है, जहां सुनने वाले को ये नहीं पता होता कि आगे क्या होगा और वो कहानी के दूसरे भाग को सुनने के लिये उत्सुक रहता है। बाहुबली और एवंजर्स इसी तरह के उदाहरण हैं। इन कहानियों के सस्पेंस ने इन्‍हें सुपर हिट बना दिया। आपको बस कहानी के बीच कोई ऐसा हिस्सा पकड़ना है जहां आप सस्पेंस छोड़ सकें। यदि इसमें आप सफल नहीं होते हैं तो यहां आपके लिए दिक्कत हो सकती है।

3) कहानी मध्य से शुरू करना

इसमें कहानी बीच से या अंत से सुनायी जाती है। जैसे कि कहानी का शुरू में ही बता दिया जाता है कि मुख्य पात्र की हत्या हुयी है। लेकिन उसके बाद बाकी की कहानी को खूबसूरती के साथ गढ़ा जाता है। लोगों को ये सुनने में आनंद आता है। सुनने वाले को अंत पता होता है पर वह हुआ क्यों और कैसे, इस बात का पता लगाने के लिये वह कहानी को सुनता है । कहानी सुनाने के तरीके को इसमें इतना रोचक रखा जाता है कि सुनने वाला कहानी के अंत को तो ध्यान में रखे ही, और साथ ही कहानी का भी आनंद लेता रहे।

4) झूठी शुरूआत

इसमें सुनने वाले को शुरुआत में यकीन दिलाया जाता है कि जो घटनायें घट रही हैं वे वास्तविक हैं। दर्शक झूठी बातों को सच मानकर कहानी सुनता है। लेकिन कहानी आगे कुछ इस तरह आगे बढती है कि सुनने वाला हैरान रह जाता है। इसका अंत रोचक और मजेदार होता है। इसका एक उदाहरण हैरी पॉटर की कहानी है जिसमें शुरुआत में हैरी पॉटर विलेन लगता है, पर अंत में वही हीरो निकलता है। इसके अलावा कई कहानियों में बिल्कुल उलट सीन होता है। कहीं न कहीं ये कहानियां सुनने वाले को विचलित करती हैं। लेकिन इसे सुनने में मजा़ भी काफी आता है। इसका अंत हैरान करता है।

5) पंखुडी संरचना

इस तरह की कहानी को पंखुडी संरचना इसलिये कहा जाता है क्योंकि इसमें किसी फूल की पंखुड़ी की तरह पहले छोटी-छोटी अलग-अलग कहानियां बताई जाती हैं।अंत में उन्हें किसी एक मुख्य बिंदु पर लाकर जोड़ दिया जाता है। इस तरह की कहानी सुनाते समय यह ध्यान रखना चाहिए कि कहानी बीच में नीरस न हो । हर कहानी को रुचिकर बनाने की ज्यादा से ज्यादा कोशिश करनी चाहिए। इसका अंत सुनने वाले को काफी दुविधा में या यूं कहें असमंजस में डाल देता है, कि इतनी सारी अलग-अलग कहानियां एक ही बिंदु पर आकर कैसे मिल जाती हैं।

आप कहानियों,कविताओं या किसी भी अपने पसंद के क्षेत्र में इन तरीकों का प्रयोग कर सकते हैं। इनका प्रयोग करके आप अपने पॉडकास्ट को ज्यादा से ज्यादा रुचिकर बना सकते हैं। आप इन बातों को ध्यान में रखें और एक बार कुकू एफएम पर उपलब्ध कहानियों के पॉडकास्ट को जरूर सुन लें। इससे आपको अंदाजा हो जाएगा कि किस तरह कहानियां सुनाई जाती हैं और किस तरह की कहानियों को लोग सुनना पसंद करते हैं।


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