आजकल लोग ज्ञान और मनोरंजन के लिये नये मंच तलाश रहे हैं। सोशल मीडिया, वेब पोर्टल्स,ब्लॉग,पॉडकास्ट आदि कुछ नये मंचों के उदाहरण हैं जहां लोग अपना ज्यादा से ज्यादा समय बिता रहे हैं। लोग तुरंत मनोरंजन या संतुष्टि चाहते हैं।वो बिना किसी देरी के मनोरंजन चाहते हैं। लोगों के ध्यान देने की समयसीमा कम हो रही है। लोग काफी सारे काम एक बार में करना चाहते हैं। आमतौर पर वीडियो देखना लोगों के काम के बीच में रुकावट डाल देता है क्योंकि उसे देखने के लिये पूरे ध्यान की जरूरत होती है। लेकिन ऑडियो बुक्स, कहानियां अपना काम करते करते भी सुनी जा सकती हैं।
आजकल की भाग दौड़ भरी ज़िन्दगी में किसी विषय पर जानकारी के लिये घंटों इन्टरनेट पर बैठना या मोटी मोटी किताबें छानना हर किसी के लिए संभव नहीं है। इसलिये लोग पॉडकास्ट की तरफ आकर्षित हो रहे हैं।
अगर आप एक पॉडकास्ट कॉन्टेंट क्रिएटर हैं, तो आपके लिये ये जानना जरूरी हो जाता है कि आपका लिसनर आप के कॉन्टेंट से कितना संतुष्ट है। क्या आप अपने लिसनर की जरूरत के हिसाब से कॉन्टेंट दे रहे हैं? क्या आपका लिसनर आपके कॉन्टेंट को इंजॉय कर रहा है ? कहीं आपका पॉडकास्ट बोरिंग तो नहीं? यदि ऐसा है तो जल्दी ही आपका लिसनर आपका प्लेटफार्म छोड़ देगा । तो इससे बचने के लिए आपको कुछ बातों का ध्यान रखना बहुत जरूरी है। जैसे कि:
1. लिसनर को शामिल करें ।
अपने हर एक लिसनर को तो आप पॉडकास्ट में शामिल नहीं कर सकते। पर कोशिश करें कि हर पॉडकास्ट पर उनकी राय लें। उनके कॉमेंट्स को ज्यादा से ज्यादा अपने पॉडकास्ट में जगह देने की कोशिश करें। उनके सुझावों को मानें और जहां तक संभव हो, उन के साथ भावनात्मक रूप से जुड़ें।
2. बोरिंग बातें न करें।
कोशिश करें कि आप की बातों में नयापन हो। बोरिंग इंट्रो लाइन्स के बजाय कुछ क्रिएटिव लाइन्स इस्तेमाल करें। आप की बातें आपके लिसनर के लिये रिलेटेबल होनी चाहिए। ऐसा न हो कि आप का बातें करने का तरीका या आपका कॉन्टेंट लिसनर का मनोरंजन करने के बजाय उसे बोर करने लगे। अपनी भाषा को ऐसा रखें कि आपके लिसनर को समझने में दिक्कत न हो। आपके चैनल पर लिसनर को टिकाये रखने में भाषा भी अहम भूमिका निभाती है।
3. बातें दोहरायें नहीं।
जिन मुद्दों और बातों को आप पहले के पॉडकास्ट में ला चुके हैं उन्हें दोबारा नए पॉडकास्ट में शामिल न करें। यदि ऐसी जरूरत पड़ती भी है तो बात कहने के तरीके को थोड़ा परिवर्तित करें। यदि आप अक्सर बातें रिपीट करते हैं तो लिसनर आप के चैनल से ऊबने की संभावना ज्यादा हो जाती है। और आप का पॉडकास्ट भी बोरिंग हो जाता है।
4. शुरूआत रुचिपूर्ण रखें।
लिसनर आपका पॉडकास्ट तभी सुनेगा, जब आपकी शुरुआत रुचिपूर्ण होगी। शुरू में आप जैसा बोलेंगे, लिसनर उसी से आकर्षित होगा। इसलिए अपने पॉडकास्ट की शुरुआत को अपने विषय के हिसाब से बनायें। किसी महत्वपूर्ण तथ्य, कोई मजेदार किस्सा या किसी हल्की-फुल्की बात के साथ आप अपने पॉडकास्ट की शुरुआत मजेदार बना सकते हैं। इससे लिसनर के अंत तक बने रहने की संभावना बनी रहती है।
5. प्लानिंग करें, क्रियेटिव रहें।
अपने पॉडकास्ट को बोरिंग होने से बचाने के लिये अपने कॉन्टेंट की पहले से ही प्लानिंग कर लें। एक प्लान के अनुसार अपने पॉडकास्ट को आगे बढ़ाएं। साथ ही पूरी रिकॉर्डिंग के दौरान क्रिएटिव रहने की कोशिश करें। प्लान से अलग भी यदि कुछ रुचिकर सामग्री आपने पॉडकास्ट में शामिल कर सकें तो जरूर करें।
6. जुनून है जरूरी।
इन सारे टिप्स से अलग आपका जुनून भी एक बड़ी ताकत है जो आपके पॉडकास्ट को उबाऊ होने से बचा सकती है। यदि आप के अंदर कॉन्टेंट बनाने का जुनून है तो वो आपके पॉडकास्ट में झलकेगा। वो आपके पॉडकास्ट को बोरिंग नहीं होने देगा। आपका आत्मविश्वास और कॉन्टेंट के प्रति आपका जुनून आपके पॉडकास्ट में चार चांद लगा सकता है।
कुकू एफएम इन्सटॉल करें और वहां मौजूद बाकी के पॉडकास्ट को भी एक बार सुनें। वहां पर मौजूद टॉक शो से आप ये जान पायेंगे कि पूरे पॉडकास्ट के दौरान कॉन्टेंट को रुचिकर कैसे रखा जाता है।
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