एक बेहतर पॉडकास्ट कोर्स कैसे बनायें?

हम जब लोगों को बताते हैं कि वो पॉडकास्ट से एक पूरा कोर्स सुन सकते हैं, तो वे सोचते हैं कि कोई पूरे के पूरे कोर्स का ऑडियो कॉन्टेंट कैसे बना सकता है? और क्या लोग ऐसा पॉडकास्ट कोर्स पसंद करेंगे? लेकिन एक छोटे लक्षित समूह के लिये कॉन्टेंट बनाना भी जरूरी है। नौकरी तलाशने वाले बहुत से लोग इस तरह के पॉडकास्ट कोर्स सुनना पसंद कर रहे हैं। आज हम आपको बतायेंगे कि एक बेहतर पॉडकास्ट कोर्स कैसे बनाया जा सकता है और अपने कोर्स को ज्यादा मार्केटेबल कैसे बनाया जाये ।

1. अपनी ऑडियंस को जांच लें

जैसा कि आपने पहले भी देखा होगा, अपने पॉडकास्ट को सफल बनाने के लिये टार्गेट ऑडियंस की जरूरत होती है। जब आप एक पॉडकास्ट कोर्स बना रहे हैं, तो ध्यान में रखें कि आप किस के लिये ये कोर्स बना रहे हैं। आपका पॉडकास्ट तभी सफल होगा जब कोर्स लोगों की जरूरत के हिसाब से बना हो। पहले जान लें कि लोगों को क्‍या चाहिये और उसके बाद कोर्स बनाना शुरू करें। आप बहुत से टॉपिक जैसे स्टॉक मार्केट, इंग्लिश या कोई और भाषा, हेल्‍थ आदि का चुन सकते हैं।

2. सहजत

अब हम यहां मुद्दे की बात पर आते हैं। कुछ भी सिखाने- पढ़ाने का पहला मूल्य ये होता है कि सीखने वाले के लिये वह समझने में आसान हो। इसी तरह आप का कोर्स भी बिल्कुल सरल होना चाहिए। जितना सरल और रुचिकर आप का कोर्स होगा, लोग उतना ज्यादा उसे सुनना पसंद करेंगे। ऊबेंगे नहीं। एक दोस्त की तरह अपने लिसनर से बात करें, उन्हें अलग-अलग उदाहरण दें। कुछ प्रेरणादायक एपिसोड दें। इससे आपकी ऑडियंस आप को ज्यादा पसंद करेगी और आप के बारे में ज्यादा सकारात्मक सोच रखेगी।

3. समय

कोर्स के कॉन्टेंट में समय का बहुत महत्व होता है। यदि आप काफी लम्बा कॉन्टेंट देते हैं तो लोग आप के कोर्स को पसंद नहीं करेंगे। यदि आप कोर्स का एक एपिसोड पंद्रह मिनट का रखते हैं, तो इसे ज्यादा लोग पसंद करेंगे। इससे आप लिसनर्स को कोर्स से जोड़कर भी रख पायेंगे, साथ ही अपने कॉन्टेंट को भी कम अवधि का रख पायेंगे। यदि आप अपने एपिसोड को छोटा कर रहे हैं, तो यह ध्यान में रखना चाहिए कि आप कोर्स का कितना हिस्सा अपने एपिसोड में रख रहे हैं। आप के लिसनर को पूरा कांसेप्ट समझने लायक कॉन्टेंट उस एपिसोड में होना चाहिये।

4. कोर्स के हिस्सों की रचना

आप को अपने पॉडकास्ट कोर्स को इस तरह से रखना चाहिए:

1. परिचय -पहले भाग में अपना, अपने विषय और अपने अनुभव का परिचय दें। यदि आपने अपने विषय में कोई विशेष उपलब्धि हासिल की हो तो उसे भी जरूर बतायें।

2. दूसरे भाग में अपने सिलेबस की सूची बनायें। साथ ही ये भी बतायें कि किस तरह और कितने समय में आप उस सिलेबस को पूरा करेंगे।

3. हर भाग में उन्हें अगले भाग का हिन्ट दें और साथ ही सवाल कमेंट करने को भी कहें। कोर्स के दूसरे भाग के आने का समय भी उन्‍हें जरूर बतायें।

4. जब आप एक नया टॉपिक शुरू करें, तो शुरू में उसके सारे बिंदुओं को एक सारांश के रूप में बतायें।

5. हर पॉडकास्ट के अंत में उन्हें कमेंट करने को जरूर कहें। साथ ही उन्हें कोई असाइन्मेंट भी दें।

5. ईमेल, ब्लॉग और वेबसाइट का प्रयोग करें

हो सकता है कि अपने लिसनर को कोई नोट्स या असाइन्मेंट देना पड़े। इसके अलावा यह भी संभव है कि सिलेबस में कोई बदलाव हो जाये। ऐसी बहुत-सी बातें हो सकती हैं, जो आप के लिसनर को जानना जरूरी हैं और आप पॉडकास्ट पर उसे नहीं बता सकते। ऐसे में ईमेल, वेबसाइट या ब्लॉग का प्रयोग करें। इससे आप अपने लिसनर को अपडेट कर सकते हैं। साथ ही अपने ब्लॉग के लिये सुझाव भी मांग सकते हैं। यही नहीं, ब्लॉग आदि के माध्यम से आप अपने पॉडकास्ट कोर्स को विज्ञापित भी कर सकते हैं।

6. पॉडकास्ट कोर्स बनाने के लिये कुछ प्रमुख विषय Online course/कोर्स

  1. स्टॉक मार्केट
  2. संचार
  3. ध्यान और योग
  4. आहार और स्वास्थ्य
  5. कोई विशेष भाषा (जैसे अंग्रेज़ी)
  6. प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी
  7. संगीत
  8. ज्योतिष

पाठ्यक्रम के इसके अलावा और भी कई विषय हो सकते हैं। आप कुकू एफएम पर मौजूद पॉडकास्ट कोर्स को सुनें और वहां से अनुभव लेकर अपना खुद का पॉडकास्ट कोर्स बनायें।


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